नेटवर्क मार्केटिंग में गोल अचीव कैसे करें
दोस्तो आज हम इस लेख में आपको बताएंगे की गोल को अचीव कैसे करे । क्युकी जीवन में आपका कोई न कोई गोल जरूर होना चाहिए । गोल के बिना जीवन गोल - मोल होगा ।
नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री में कौन कहाँ पर है और कहाँ पर होगा, इसका पैमाना उसके द्वारा लिए गए व उसके द्वारा प्राप्त किये गए लक्ष्यों से ही पता चलता है। इसके लिए आज हम बात करेगे नेटवर्क मार्केटिंग में गोल अचीव कैसे करेंलगातार काम करने की आदत :-
यह व्यवसाय भीड़ में रहकर काम करने से नहीं चलता है, यह तो अपने आप को भीड़ से बाहर निकालकर दिखाने से चलता है और भीड़ से बाहर दिखने का एक ही सूत्र है - वो काम करने की आदत डालो जिसे करने में आम डिस्ट्रीब्यूटर को कई बार सोचना पड़े; वो निर्णय लेने की आदत डालो, जो आम लोगों के लिए मुश्किल हो, वो लक्ष्य लेने की आदत डालो, जो आम लोगों के लिए पहाड़ जैसा लगे और यदि आप ऐसा कर पाए तो आपकी कार्यप्रणाली पर आपके निर्णयों पर, आपकी सफलता पर व आपकी लीडरशिप पर सबको विश्वास हो जाएगा और लोग आपको फॉलो करने लगेंगे। फिर देखिये आप ना केवल भीड़ से अलग होंगे, बल्कि इस इंडस्ट्री के अग्रणी लीडर में शामिल हो जाएंगे।
Content :-
1. अपने गोल पर 100% विश्वास करे
2. गोल अचीव करने के लिए नए स्टेशन पर काम करे
3. अपने गोल को पैशन बनाओ
4. अपने गोल को पेपर पर अचीव होता हुआ बनाओ
5. अपने गोल को 3 भागो में बाटो
[ ] 100,% विश्वास अपने गोल पर करे ( 100% faith on your goal )
यहाँ मेरा ऐसा कतई भाव नहीं है कि बिज़नेस को मुश्किल बनाना है, यहाँ मेरा भाव उन कामों को प्राथमिकता से करने से है व लक्ष्य लेकर करने से है जिनसे आम डिस्ट्रीब्यूटर बचते हैं और जिनके किये बिना सफल होना मुश्किल है । जैसे मीटिंग / सेमीनार से बहुत से लोग बचते हैं, आपको हर सेमीनार में जाना है और लक्ष्य बनाकर हर महीने 5-7 नए लोगों को साथ लेकर जाना है । किताब पढ़ने से बहुत से डिस्ट्रीब्यूटर बचते हैं, आपको लक्ष्य लेकर हर महीने 1 किताब पढ़ने की आदत
डालनी है तथा टीम में किताब पढ़ने को प्रमोट करना है। बहुत से लोगों को प्रोडक्ट सेल्लिंग में इंटरेस्ट नहीं होता है, आपको कुछ न कुछ बिज़नेस वॉल्यूम का लक्ष्य लेकर प्रोडक्ट सेल्लिंग की आदत बनानी है, टीम के लिए प्रोडक्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने की योजना बनानी है, फिर टीम को उनके घर से प्रोडक्ट कैसे बिकें, इसकी जानकारी देनी है।
[ ] गोल के लिए नए स्टेशन पर काम करना शुरू करे
लोग घर दूर जाकर बिज़नेस करने में असहज महसूस करते हैं, आपको लक्ष्य लेकर बिज़नेस को बाहर लेकर जाना है, किसी स्टेशन को बिल्ड करके दिखाना है तथा लोगों को अहसास कराना है कि ये बिज़नेस घर से दूर ही तेजी से चलता है व तेजी से बढ़ता है। इन छोटे - छोटे कामों को यदि लक्ष्य बनाकर करने की आदत डाल ली जाए, तो जितना काम आप आज कर रहे हो, इतना ही काम करने से कई गुना ज्यादा रिजल्ट प्राप्त किये जा सकते हैं।
[ ] अपने गोल को passion बनाओ
परन्तु जब वास्तविकता को देखते हैं, तो यह आंकलन निकलता है। कि इस इंडस्ट्री में बहुत से लोग तो टाइम पास कर रहे हैं। वो सिर्फ भाषण देकर लोगों को समझा रहे हैं कि ऐसे करना चाहिए | करते नहीं हैं, पर “करना चाहिए" बहुत बोलते हैं। लक्ष्य लेते नहीं है, पर लक्ष्य “लेने चाहियें" पर लेक्चर जरूर देते हैं। ना उनका कोई लक्ष्य होता है, ना कोई एक्शन प्लान, ना कोई रोड मैप होता है, ना कोई जवाबदेही और ना ही कोई जिम्मेदारी । बहुत से लोगों को तो यह ही नहीं पता होता है कि वे यह व्यवसाय क्यों कर रहे हैं : इसीलिए तो सफलता की दर कम रहती है।
यदि हर व्यक्ति लक्ष्य लेकर काम करे, उसे प्राप्त करने की मज़बूत रणनीति बनाए, अपने अपलाइन से बार-बार काउंसलिंग करके उस लक्ष्य पर सही तरीके से काम करे, अपनी टीम को लक्ष्य देकर उन्हें पूरा करने में उनकी मदद करे तो यहाँ बड़े से बड़े लक्ष्य आसानी से हासिल किये जा सकते हैं।
[ ] 100,% विश्वास अपने गोल पर करे ( 100% faith on your goal )
यहाँ मेरा ऐसा कतई भाव नहीं है कि बिज़नेस को मुश्किल बनाना है, यहाँ मेरा भाव उन कामों को प्राथमिकता से करने से है व लक्ष्य लेकर करने से है जिनसे आम डिस्ट्रीब्यूटर बचते हैं और जिनके किये बिना सफल होना मुश्किल है । जैसे मीटिंग / सेमीनार से बहुत से लोग बचते हैं, आपको हर सेमीनार में जाना है और लक्ष्य बनाकर हर महीने 5-7 नए लोगों को साथ लेकर जाना है । किताब पढ़ने से बहुत से डिस्ट्रीब्यूटर बचते हैं, आपको लक्ष्य लेकर हर महीने 1 किताब पढ़ने की आदत
डालनी है तथा टीम में किताब पढ़ने को प्रमोट करना है। बहुत से लोगों को प्रोडक्ट सेल्लिंग में इंटरेस्ट नहीं होता है, आपको कुछ न कुछ बिज़नेस वॉल्यूम का लक्ष्य लेकर प्रोडक्ट सेल्लिंग की आदत बनानी है, टीम के लिए प्रोडक्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने की योजना बनानी है, फिर टीम को उनके घर से प्रोडक्ट कैसे बिकें, इसकी जानकारी देनी है।
[ ] गोल के लिए नए स्टेशन पर काम करना शुरू करे
लोग घर दूर जाकर बिज़नेस करने में असहज महसूस करते हैं, आपको लक्ष्य लेकर बिज़नेस को बाहर लेकर जाना है, किसी स्टेशन को बिल्ड करके दिखाना है तथा लोगों को अहसास कराना है कि ये बिज़नेस घर से दूर ही तेजी से चलता है व तेजी से बढ़ता है। इन छोटे - छोटे कामों को यदि लक्ष्य बनाकर करने की आदत डाल ली जाए, तो जितना काम आप आज कर रहे हो, इतना ही काम करने से कई गुना ज्यादा रिजल्ट प्राप्त किये जा सकते हैं।
[ ] अपने गोल को passion बनाओ
परन्तु जब वास्तविकता को देखते हैं, तो यह आंकलन निकलता है। कि इस इंडस्ट्री में बहुत से लोग तो टाइम पास कर रहे हैं। वो सिर्फ भाषण देकर लोगों को समझा रहे हैं कि ऐसे करना चाहिए | करते नहीं हैं, पर “करना चाहिए" बहुत बोलते हैं। लक्ष्य लेते नहीं है, पर लक्ष्य “लेने चाहियें" पर लेक्चर जरूर देते हैं। ना उनका कोई लक्ष्य होता है, ना कोई एक्शन प्लान, ना कोई रोड मैप होता है, ना कोई जवाबदेही और ना ही कोई जिम्मेदारी । बहुत से लोगों को तो यह ही नहीं पता होता है कि वे यह व्यवसाय क्यों कर रहे हैं : इसीलिए तो सफलता की दर कम रहती है।
यदि हर व्यक्ति लक्ष्य लेकर काम करे, उसे प्राप्त करने की मज़बूत रणनीति बनाए, अपने अपलाइन से बार-बार काउंसलिंग करके उस लक्ष्य पर सही तरीके से काम करे, अपनी टीम को लक्ष्य देकर उन्हें पूरा करने में उनकी मदद करे तो यहाँ बड़े से बड़े लक्ष्य आसानी से हासिल किये जा सकते हैं।
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अब प्रश्न यह उठता है कि लोग लक्ष्य बनाकर काम क्यों नहीं करते हैं?
किसी भी व्यक्ति को जब तक उस काम से मिलने वाले परिण के बारे में सही पता नहीं होता, तब तक वह उस काम में ना तो पूरी • ऊर्जा लगाता है और ना ही ज्यादा गंभीरता दिखाता है । इसीलिए ह 1 मनमर्जी करता है। नेटवर्क मार्केटिंग में भी ज्यादातर लोग बिना लक्ष्य के इसीलिए लगे रहते हैं क्योंकि उनको इससे मिलने वाले परिणामों की पूरी जानकारी होती नहीं है। इस इंडस्ट्री में जुड़ने के लिए ज्यादा पूँजी लगती नहीं है और बताने वाला भी कोई परिचित होता है, जिसकी वजह से लोग इस बिज़नेस को सीरियसली लेते नहीं हैं।
यहाँ पैसा कितना आएगा, इस बात का इससे कोई संबंध नहीं कि इस बिज़नेस की शुरुआत आपने कितने पैसे लगाकर की है। यहाँ पैसा इस बात से नहीं आता कि आपने कितना लगाया है, बल्कि इस बिज़नेस में वो पैसा बाँटा जाता है, जो परम्परागत बिज़नेस में बिचौलियों को व विज्ञापन वालों को जाता है और यह राशि इतनी बड़ी है कि आम व्यक्ति इस पर यकीन करने में संकोच करता है। जैसा कि दूसरे अध्याय में भी बताया गया है कि जब परम्परागत व्यापार का टर्न ओवर लाखों करोड़ का हो रहा है, तो सीधी बिक्री प्रणाली का टर्न ओवर इतना बड़ा क्यों नहीं हो सकता है ? जिस दिन आपको डायरेक्ट सेल्लिंग के टर्न ओवर का सही आंकड़ा समझ में आ गया, उस दिन के बाद आप हर उस काम को लक्ष्य बनाकर करने लग जाओगे, जिनसे आज आप बच रहे हैं। इसीलिए यदि आप चाहते हैं कि आपकी टीम के लोग भी लक्ष्य बनाकर काम करें तो आपको इस इंडस्ट्री से मिलने वाले परिणामों को भली भांति जानने की व टीम को बताने की सख्त आवश्यकता है।
क्योंकि लोगों को इस इंडस्ट्री की व इसके मिलने वाले परिणामों की पूरी जानकारी नहीं होती, इसीलिए वो मानते हैं कि इसमें लक्ष्य निर्धारण जैसा कुछ नहीं होता है और इसीलिए बहुत से लोग बहुत सा काम करने के बाद भी बड़ी सफलता तक नहीं पहुँच पाते हैं।
अपने गोल को पेपर पर अचीव होता हुआ बनाए
[ ] मान सम्मान पैसा सब गोल अचीव करने पर मिलता है
यह इंडस्ट्री बहुत बड़ी है, इसका भविष्य बहुत उज्ज्वल है, सही तरीके से व लक्ष्य लेकर काम करने वालों के लिए किसी चीज की कोई कमी नहीं है, विश्वास के साथ लगे रहने वालों की इस व्यवसाय में सफलता की गारंटी है । जैसा मैं पहले भी बता चुका हूँ कि नाम, सम्मान, पैसा, शोहरत, पहचान, समय की आज़ादी, प्रसिद्धि, आत्म- विश्वास, समय प्रबंधन, लीडरशिप क्वालिटी कमिटमेंट, उत्साही व सकारात्मक नजरिया आदि ये सब अवार्ड हैं जो यहाँ से मिल सकते हैं । किसी और व्यवसाय में इतनी सारी चीजें एक प्लेटफॉर्म पर होना तो दूर की बात सोची भी नहीं जा सकती हैं।
यदि ये सब पाना चाहते हो, तो लक्ष्य बनाकर काम करने की आदत डालिये ।
[ ] आप अपने लक्ष्यों को 4 भागों में बांटिए -
[ ] 1. LONG TERM GOALS-(5-10 Years GOALS)
[ ] 2. MID TERM GOALS (2-5 Years GOALS )
[ ] 3. SHORT TERM GOALS-(6 Months-2 Years GOALS) 4. MICRO GOALS (Hourly, Daily, Weekly & Monthly Goals)
यदि आप अपनी Daily Working को सही करना सीख जाते हैं तो आपके MICRO GOALS पूरे होने शुरू हो जाते हैं और यदि आप MICRO GOALS को पूरा करना शुरू कर देते हो तो आपके SHORT TERM GOALS पूरे होने शुरू हो जाते हैं और यदि SHORT TERM GOALS पूरे होने शुरू हो गए तो आप MID TERM GOALS & LONG TERM GOALS को आसानी से पूरा करने में कामयाब हो सकते हैं। इसलिए सबसे जरूरी हैं आपके MICRO GOALS....
[ ] सही तरीके से प्लान बनाकर काम करे (Make proper schedule for action plan
तो आइये सबसे पहले बात करते हैं कि इन MICRO GOALS को कैसे अचीव किया जाए. -
जितने भी कामयाब लोग हैं, वो सुबह उठते ही सबसे पहले उस दिन किये जाने वाले कामों की लिस्ट बनाते हैं जिसे कहते हैं- " TO DO LIST "। यह सबसे महत्वपूर्ण काम होता है MICRO GOALS को पूरा करने में । और यदि आप भी अपने सपनों को व अपने लक्ष्यों को पूरा करना चाहते हो तो सबसे पहले सुबह उठते ही उस दिन किये जाने वाले कार्मों की LIST बनाइये, उसे पूरा करने की योजना बनाइये, उस योजना पर काम कीजिये और शाम को सोने से पहले उस लिस्ट को चेक कीजिये। उसमें से जितने काम हो चुके हैं, उन पर टिक लगाइये व जो पेंडिंग रह गए हैं, उनको अगले दिन वाली " TO DO LIST " में लिखिए। इससे आपके कोई भी महत्वपूर्ण कार्य छूटेंगे नहीं, आपके MICRO GOALS पूरे होने शुरू हो जाएंगे। जिसकी वजह से ये MICRO GOALS आपके WEEKLY व MONTHLY GOALS को हासिल करने में बहुत बड़े सहायक होंगे। जिस दिन आप अपने लिए गए MONTHLY GOALS को अचीव करने में कामयाब हो गए, आपके बिज़नेस के लेवल व पिन अपने आप बदलनी शुरू हो जाएगी। इससे ना केवल आपकी इनकम बढ़ेगी, बल्कि आपको प्रमोशन भी मिलेगी । आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा व आपकी टीम में आपका प्रभाव बढ़ेगा और देखते ही देखते आपके SHORT TERM GOALS व MID TERM GOALS भी पूरे होने लगेंगे। लाइफ स्टाइल बदलेगा, बाइक से कार आएगी, छोटे घर से बड़ा घर बनेगा, बैंक बैलेंस बढ़ेगा, बड़ी पिन आएगी और फिर LONG TERM GOALS को हासिल करना आपके लिए कतई मुश्किल नहीं होगा।
यदि आपका कोई लक्ष्य नहीं है, तो आप किसी और के लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं और यदि आपके लक्ष्य हैं तो आप अपने लिए काम कर रहे हैं । अब फैसला आपका है कि यदि औरों के लक्ष्य पूरे करने के लिए लगे रहना है तो बिना लक्ष्य बनाए भागते रहिये और यदि अपने सपने पूरे करने हैं तो अपने लक्ष्य बनाइये।
यदि बिना लक्ष्य के लगे रहोगे, तो काम बोझ लगेगा ; परन्तु यदि लक्ष्य लेकर काम करोगे, तो काम आनंददायक लगेगा। यदि बिना लक्ष्य के लगे रहोगे, तो बहुत दूर तक का कभी नहीं देख पाओगे ; परन्तु यदि लक्ष्य लेकर काम करोगे, तो डायमंड तक की मंजिल साफ़ नजर आने लगेगी । यदि बिना लक्ष्य के लगे रहोगे, तो ना तो बड़े परिणाम आएँगे और ना ही ये परिणाम किसी को प्रभावित कर पाएंगे ; परन्तु यदि लक्ष्य लेकर काम करोगे, तो आपके परिणाम औरों को भी आपके बिज़नेस में आने के लिए मजबूर कर देंगे।
निष्कर्ष :- इसलिए मेरा आप से यही परामर्श है कि खूब सारा काम कीजिये, मन लगाकर काम कीजिये, सीखकर काम कीजिये ; लेकिन लक्ष्य बनाकर काम कीजिये क्योंकि बिना लक्ष्य लिए काम करने वाला व्यक्ति घड़ी के उस पेंडुलम की तरह होता है, जो चलता तो 24 घंटे है, पर पहुँच कहीं नहीं पाता है।


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