Team work Business

 Teamwork Business


      




[  ] नेटवर्क मार्केटिंग एक teamwork का बिज़नेस है। टीम के बिना इस बिजनेस में अधूरापन रहता है । यहाँ आपके ऊपर एक एलओएस (LOS ) होती है जिसे upline कहते हैं, जो आपको सिखाती है, जो आपकी हेल्प करती है तथा आप बहुत से लोगों को plan दिखा के स्पांसर करके एक टीम बनाते हैं जिसे downline कहते हैं, जिससे आपका बिज़नेस बढ़ता है। यहाँ बिजनेस तभी बड़ा हो। सकता है यदि अपलाइन दिल से मदद करने वाली हो व डाउनलाइन जी- जान लगा के काम करने वाली हो। चाहते सभी ऐसा ही हैं, पर ऐसा सब के साथ होता नहीं है ।

[  ] शिकायते  :-  complaint

बहुत सारे लोगों की यही शिकायत रहती है कि उनका बिज़नेस इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि ना तो उनकी अपलाइन अच्छी है और ना ही उनकी डाउनलाइन कुछ करती है । यहाँ यही बात समझने की व अमल में लाने की है कि इन लोगों के साथ ऐसा क्यों होता है या ऐसा क्यों हो रहा है। यदि आप भी ऐसा ही सोचते हैं कि आपका बिज़नेस भी इसीलिए नहीं बढ़ पा रहा है क्योंकि या तो आपकी अपलाइन ठीक नहीं है या डाउनलाइन ठीक नहीं है; तो यह भी नोट कर लो कि ये दोनों भविष्य में भी कभी ठीक होने वाली नहीं हैं । अपलाइन व डाउनलाइन किसी के लिए भी ठीक नहीं होती : ये केवल उन्हीं के लिए ठीक होती हैं, जो खुद ठीक हो जाते हैं। इसलिए यदि इस बिज़नेस में कामयाब होना चाहते हो तो आज से ही और अभी से ही इस बात की गांठ बांध लीजिये कि जब तक आप ठीक नहीं होंगे, अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझेंगे, अपने आप को तैयार नहीं करेंगे, तब तक ना तो आपको अपलाइन सही लगेगी और ना ही डाउनलाइन काम करने वाली नजर आएगी । जिन लोगों के दिमाग में यह ताला लग जाता है कि मेरा बिज़नेस किसी और के भरोसे चलेगा, उनका बिज़नेस कभी चलता ही नहीं है।

[  ]  खुद को तैयार करना  :-

मैं आपको स्पष्ट करना चाहती हूं कि इस इंडस्ट्री में आज तक अपने आप कुछ होने का इंतज़ार करने वाले किसी भी व्यक्ति को ना तो मदद करने वाली ऐसी कोई अपलाइन मिली है और ना मिलेगी, और नही किसी को काम करने वाली ऐसी कोई डाउनलाइन मिली है और न मिलेगी। पर हाँ, यह जरूर सत्य है कि जिस दिन आप सीरियस हो गए सीखने को तैयार हो गए अपनी कम्पनी, अपने अपलाइन, अपने सिस्टम व अपनी डाउनलाइन के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने लग गए उसी दिन आपकी अपलाइन भी आपकी मदद करने वाली बन जाएगी और वही डाउनलाइन आपको काम करने वाली नजर आनी शुरू हो जाएगी।

[  ] Help Each Other : -

यहाँ एक दूसरे की help की जाती है, यहाँ एक दूसरे का हाथ थामकर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, यहाँ एक दूसरे के कमजोर पक्ष को training व counselling के द्वारा सुधार-सुधार कर मजबूत बनाया जाता है ; पर इन सब का फायदा उन्हीं को होता है, जो खुद कुछ करने को, सीखने को, समझने को व जिम्मेदारी लेने को तैयार होते हैं। जो किसी के भरोसे अपनी नैया पार लगाने की फ़िराक में होते हैं, कुछ चमत्कार होने के इंतज़ार में रहते हैं, दूसरों में कमियां निकाल-निकाल कर अपने आपको संतुष्टि देते रहते हैं; उनके लिए यह व्यवसाय बना ही नहीं है। जब तक आप अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे नहीं, तब तक यहाँ आपका भला होने वाला नहीं है।

कोई भी खिलाड़ी कैप्टन के कंधों पर बैठकर महान नहीं बना है। महान खिलाड़ी तो वो बनते हैं जो संघर्ष कर-कर के अपने आपको इतना तराश लेते हैं कि उन्हें बॉल कहीं भी मिले, किसी भी अवस्था में  मिले उसे लेकर गोल तक ले जाने की हिम्मत भी करते हैं और कोशिश करते रहते हैं कि उनका हर हिट गोल में जाए।

[  ]  Quality person :-

हो सकता है आज आपमें वो क्वालिटी या वो गुण नहीं हों, जो इस बिज़नेस के कामयाब लोगों में आपको देखने को मिलते हैं; पर ये निराश होने वाला विषय नहीं है। एक बार उन कामयाब लोगों के सेमिनार में जाकर तो देखिये। वो आपको कहते मिलेंगे कि जब मैं इस बिज़नेस में आया था, मुझे इसके बारे में कुछ पता नहीं था। कई कामयाब लोग आपको यह कहते हुए भी सुनाई देंगे कि जब पहली बार मुझे स्टेज पर बुलाकर मेरे हाथ में माइक देकर मुझे कुछ बोलने के लिए कहा गया था, मैं बोल पाना तो दूर की बात मेरे हाथ कांपने शुरू हो गए थे। कई लीडर अपनी स्टोरी में बताते हैं कि मैं इतना कम पढ़ा लिखा था कि बोर्ड की बात तो छोड़िये, मैं नोटबुक पर भी अच्छे से प्लान नहीं दिखा सकता था । कई कामयाब लोग यह भी बताते हैं कि उन्होंने शुरुआत में कुछ लोगों को स्पॉन्सर करने में बहुत समय लग गया था. उनसे कोई ज्वाइन होता ही नहीं था । इन सब के बावजूब भी आज वो इस इंडस्ट्री में कामयाब हैं। इसके पीछे एक ही कारण है कि उन्होंने जब इस बिज़नेस को शुरू किया इसे अपना बिजनेस समझकर व अपने भविष्य का बिज़नेस समझ कर शुरू किया। अपलाइन ने जो बोला उसे माना। कभी किन्तु परन्तु नहीं लगाया। जो कार्य या जो एक्टिविटी इस बिज़नेस को बढ़ाने के लिए जरूरी थी, उसे किया और यदि नहीं हुआ तो उसे सीखने की कोशिश की पर उसे किया । उन्होंने ना केवल किसी के भरोसे इसे बढ़ाने के लिए काम किया, बल्कि उन्होंने एक जिम्मेदार लीडर की तरह अपनी जिम्मेदारियों को समझा, इसे सीखा, बार बार गलती करने के बाद भी सीखा, बहुत बार असफल होने के बाद भी लगातार लगे रहे और अपने आप को साबित करके दिखा दिया।

[  ] Successfull leaders( कामयाब लीडर्स  )

यदि आपमें भी सीखने की, जानने की अपने काम खुद करने की व आगे बढ़ने की ललक है; तो यह तय है कि एक दिन आप भी उन्हीं कामयाब लीडर्स के बीच होंगे ही होंगे। यदि किसी वजह से आज आपको वो साथ नहीं मिल पा रहा है, जो आप चाहते हैं या जो इस बिज़नेस को बढ़ाने के लिए चाहिए फिर भी निराश नहीं होना है। अपने आप को इतना मजबूत बना लीजिये कि आपको हेल्प मांगनी ना पड़े, बल्कि सीनियर आपके साथ काम करने में गर्व महसूस करे व डाउनलाइन आपका साथ पाने में गर्व महसूस करे।

[  ] बार-बार समझाने के बाद भी कई लोगों की यह शिकायत रहती ही रहती है कि मेरा बिज़नेस इसलिए नहीं बढ़ पा रहा है क्योंकि मेरे अपलाइन का मेरे बिज़नेस पर कोई ध्यान नहीं है। ना तो वो मेरी टीम में मीटिंग करते हैं. ना मेरी टीम को संभालते हैं, ना मुझे मीटिंग में साथ लेकर जाते हैं. ना मेरी कोई और किसी प्रकार की हेल्प करते हैं। मैं ये नहीं कहती हूँ कि अपलाइन को ध्यान नहीं देना चाहिए, बिल्कुल ध्यान देना चाहिए, पर मैं आपसे भी यह जरूर पूछना चाहती हूँ कि ऐसा क्या कारण है कि आपके बिज़नेस पर आपके अपलाइन का ध्यान नहीं है ? आपका बिज़नेस आपके अपलाइन का भी तो बिज़नेस है, फिर भी उनका फोकस क्यों नहीं है, इसके पीछे कुछ तो वजह जरूर होगी । मेरा मानना है कि इसमें केवल अपलाइन का ही कसूर नहीं हो सकता है। आपका व्यवहार, आपकी आदतें, आपका बिज़नेस के प्रति कमिटमेंट, आपकी सीखने व आगे बढ़ने की ललक आपके अपलाइन का फोकस आपके बिज़नेस पर लाता है। हो सकता है आप में ये चीजें उन्हें नजर नहीं आ रही हों । पर फिर भी यदि आप मान रहे हैं कि मैं तो बिलकुल सही काम कर रहा हूँ, अपलाइन ही ध्यान नहीं दे रहा है ; तो भी घबराइए नहीं, बल्कि भगवान का शुक्रिया अदा कीजिये कि उसने लेग स्ट्रक्चर में आपके लिए ऐसी जगह चुनी है जिससे आप अपने आपको और मज़बूत बना सको । वो आपको सफल देखना चाहते हैं, तभी तो उन्होंने ऐसा माहौल आपके लिए बनाया है ताकि आप किसी के भरोसे ना रहकर अपने पाँव पर खुद मज़बूती से खड़े हो सको । इसलिए यदि मज़बूत लीडर बनना है तो मान लीजिये कि सारा काम आपको ही करना पड़ेगा. सारी जिम्मेदारी आपको ही संभालनी पड़ेंगी । इस जज्बे से आपको इतना बड़ा फायदा होगा कि इससे आपकी लीडरशिप इतनी सशक्त व परफेक्ट हो जाएगी कि इस बिज़नेस का कोई भी चैलेंज आपको हिला नहीं पाएगा।

[  ] नजरिया सही हो  :-

यदि आपने इस बात को उल्टा पकड़ लिया कि यदि कोई मेरी सहायता ही नहीं कर रहा है, तो मैं आगे कैसे बढ़ पाउँगा। इस दृष्टिकोण से आप ना तो सीखने को तैयार होंगे, ना कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार होंगे, ना टीम को संभाल पाओगे और ना ही टीम का विश्वाश जीत पाओगे। इससे ना तो आपकी लीडरशिप का विकास होगा और ना ही आपके बिज़नेस का विकास होगा । इससे आप इतने कमजोर व लाचार हो जाओगे कि बिजनेस के छोटे-छोटे चैलेंज ही आपको भारी लगने लगेंगे और यदि आप इन चैलेंज को सही तरीके से हैंडल नहीं कर पाए तो बिज़नेस में बहुत आगे बढ़ना तो दूर की बात, वर्तमान स्थिति से जीत पाना भी आपके लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा।

इसलिए किसी और के भरोसे रहने की आदत छोड़िये व अपने आपको सशक्त बनाने पर काम कीजिये। किसी के भरोसे रहने वाले या बार-बार सहायता मांगने वाले लीडर इस बिज़नेस में थोड़ा-बहुत तो कमा सकते हैं, पर डायमंड नहीं जा सकते क्योंकि बड़े पेड़ के नीचे उगने वाले पौधे कभी बड़े दरखत नहीं बनते हैं। वो छाया में रहना सीख जाते हैं, जिससे उनका विकास ही रुक जाता है । बड़े दरखत तो वही पेड़ बनते हैं, जो तेज़ हवाओं व धूप के थपेड़े खाकर अपनी जड़ों को मज़बूत करके आंधी तूफानों में खड़ा रहने की हिम्मत कर पाते हैं। इसलिए अपनी जिम्मेदारियों को समझिये । यदि ऐसे बन गए, तो सभी आपके साथ खड़े  और आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए नजर आएंगे।

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